देश में सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक UPSC की परीक्षा को पास करना अपने आप में बहुत बड़ी उपलब्धि है ! आईएएस ,आईपीएस बनना किसी सपने से कम नहीं ! इस सपने को पाने के लिए छात्रों को काफी मेहनत करनी पड़ती है ! अपने रातों की नींद छोड़ अपने सपने को पूरा करने की लगन लगानी पड़ती है ! आज हम आपको एक ऐसी महिला आईपीएस ऑफिसर के बारे में बताने जा रहे हैं ! जिन्होंने लाखों रुपए की नौकरी छोड़कर आईपीएस बन कर भारत की सेवा करनी अपना फर्ज समझा ! आइए जानते हैं आईपीएस पूजा यादव के बारे में-
बता दे पूजा यादव जर्मनी की बहुत बड़ी कंपनी में नौकरी कर रही थी ! लेकिन पूजा यादव अपनी नौकरी छोड़ कर वापस भारत आई और उन्होंने भारत आकर यूपीएससी की तैयारी करने लग गई ! इनका अपने सपने को पाने तक का सफर काफी प्रेरणादायक है ! जो हर किसी की टूटती उम्मीदों को नई उड़ान दे सकता है ! पूजा यादव मूल रूप से हरियाणा की रहने वाली हैं ! 20 सितंबर 1988 को पूजा यादव का जन्म हुआ था !
पूजा की कहानी है सबके लिए प्रेणना
बात करें उनकी शुरुआती पढ़ाई की तो इन्होंने हरियाणा से अपनी पढ़ाई शुरू की ! उन्होंने बायो टेक्नोलॉजी और फूड टेक्नोलॉजी में एमटेक किया ! इसके बाद वह कनाडा चली गई कुछ समय तक कनाडा में रहने के बाद उन्होंने जर्मनी की ओर रुख किया ! बता दें कि विदेश की नौकरी ने पूजा यादव को पैसा और सुविधाएं दोनों ही मिल रही थी ! लेकिन फिर भी उन्हें किसी चीज की कमी खल रही थी !जिसकी वजह से वह नौकरी छोड़ भारत लौट आई ! यहां आकर उन्होंने अपने सपने को पूरा करने की कोशिश में जुट गई !
भारत आने के बाद पूजा यादव यूपीएससी परीक्षा की तैयारी करने लगी ! लेकिन अपने पहले प्रयास में पूजा यादव को असफलता मिली ! लेकिन उन्होंने इस असफलता से सीख लेते हुए दूसरी बार में पूरी लगन और मेहनत से दूसरे प्रयास में 174 में रैंक हासिल की ! साल 2018 बैच की आईपीएस अधिकारी पूजा यादव बनी सोशल मीडिया पर लती है ! काफी एक्टिव पूजा यादव सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहती है ! जानकारी के लिए बता दें कि पूजा यादव की पहली पोस्टिंग गुजरात के बनासकांठा जिले में ‘एएसपी’ के रूप में हुई थी !
यहीं से उन्होंने अपनी पुलिस ऑफिसर की जर्नी शुरू कर अपनी सेवाएं देनी लगी थी ! लेकिन इन्हें यह सब हासिल करने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ा ! पूजा के लिए आईपीएस ऑफिसर बनने का फैसला लेना काफी मुश्किल था ! क्योंकि उन्होंने अपना बना बनाया करियर छोड़ इस क्षेत्र को चुना ! लेकिन पूजा यादव के परिवार वालों ने उनका भरपूर साथ दिया ! फिर भी आर्थिक सहयोग कम ही रह पाया था ! जिसकी वजह से पूजा यादव ने अपनी पढ़ाई के खर्चे को पूरा करने के लिए उन्होंने बच्चों को ट्यूशन पढ़ाया और कुछ समय तक रिसेप्शनिस्ट के रूप में भी काम किया ! यह कहानी उन सभी के लिए प्रेरणा साबित होती है जो छोटी-छोटी हार मान लेते हैं !