जलियाँवाला नरसंहार: जनरल डायर की तारीफ लंदन में… अग्रेजों को खुश कर रहे थे मोतीलाल नेहरू News To Nation
13 अप्रैल 1919 दिन बैसाखी का था। उस दिन अमृतसर के जलियाँवाला बाग में अग्रेंजों के काले कानून रौलेट एक्ट और अमृतसर के 2 नेताओं डॉ. सैफुद्दीन किचलू, डॉ. सतपाल की गिरफ्तारी का विरोध करने के लिए एक सभा हो रही थी। इस सभा में स्वतंत्रा संग्राम सेनानी भाषण देने वाले थे। शहर में उस…