अतीक अहमद को माफिया कहे जाने से खफा हुए अखिलेश यादव के चाचा

NTN Staff
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उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 15 अप्रैल, 2023 (शनिवार) को 3 शूटरों ने पुलिस कस्टडी में माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या कर दी। इस मामले ने अब राजनैतिक रंग ले लिया है। जहाँ ओवैसी ने इस बहाने योगी सरकार को निशाने पर लिया है तो वहीं समाजवादी पार्टी ने खुल कर अतीक अहमद का महिमामंडन किया है। 16 अप्रैल, 2023 को अपने एक बयान में सपा के वरिष्ठ नेता रामगोपाल यादव ने अतीक अहमद की मौत की वजह मीडिया ट्रायल तक बता डाला है।

समाचार एजेंसी ANI से बात करते हुए समाजवादी पार्टी के नेता रामगोपाल यादव ने अतीक अहमद की हत्या की मुख्य वजह मीडिया ट्रायल बताया है। उन्होंने कहा कि मीडिया ने अतीक को एक गैंगस्टर के तौर पर बदनाम किया वर्ना अतीक अहमद उनकी सपा और निर्दलीय भी लोकसभा व विधानसभा के चुनाव जीत चुका है। उन्होंने योगी सरकार द्वारा अतीक को मिट्टी में मिला देने के बयान को उनके अधिकारियों द्वारा हरी झंडी मिलने जैसा बताया। रामगोपाल के अनुसार सुप्रीम कोर्ट द्वारा माफिया को सुरक्षा न मिलने पर UP पुलिस के ऑफिसर्स का मन बढ़ गया था।

अतीक को महिमामंडित करते हुए रामगोपाल यादव ने आगे कहा कि उस पर भले ही कई केस दर्ज रहे हों पर सज़ा केवल एक मामले में हुई थी। तमाम केस दर्ज होना रामगोपाल ने आपसी रंजिश की एक सामान्य बात बताया। बमबाजी वाली घटना पर भी रामगोपाल यादव ने अतीक को कवर देते हुए कहा कि ऐसे कांड कई बड़े-बड़े अधिकारी भी करवा चुके हैं। अतीक के दोनों हाथों को बाँधने पर भी सवाल खड़े करते हुए रामगोपाल यादव ने बताया कि ऐसा उसकी हत्या की साजिश के तहत किया गया था। देश में लोकतंत्र खत्म होने की बात कहते हुए रामगोपाल यादव ने अब इसे राजतंत्र की तरफ बढ़ते हुए बताया।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, रामगोपाल यादव ने अतीक अहमद के बाकी बचे बेटों की भी हत्या की आशंका जताई। समाजवादी पार्टी के मीडिया सेल ने अदालत से अतीक अहमद की हत्या का संज्ञान लेने और कार्रवाई की माँग की है। सपा का आरोप है कि नेताओं और अधिकारियों के तमाम राज खुलने के डर से अतीक अहमद की हत्या करवाई गई है।

इन सभी के अलावा सपा के अनुराग भदौरया ने देश न्यायपालिका से चलने और रविदास मेहरोत्रा ने उत्तर प्रदेश में जंगलराज कायम होने जैसे बयान दिए। सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क ने कहा, “अदालत अगर फाँसी भी दे देती तो हमें कोई एतराज नहीं था। ये जुल्म और हत्या है। उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था नाम की चीज नहीं है।”

शफीकुर्रहमा का दावा है कि अतीक अहमद के मुद्दे पर पूरा विपक्ष एकजुट है। हालाँकि उन्होंने बताया कि उनकी अखिलेश यादव से अतीक अहमद के मुद्दे पर कोई बात नहीं हुई है।

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