प्रयागराज के सबसे बड़े माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या के बाद से लगातार उसे महान बताने की कोशिश जारी है। जहाँ सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने उसकी हत्या पर सवाल खड़े किए, बिहार के उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने उसे ‘जी’ कह कर संबोधित किया और AIMIM के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी ने ‘मुस्लिम कार्ड’ खेला, वहीं अब उसे शहीद बताने से लेकर उसे ‘भारत रत्न’ देने तक की माँग हो रही है।
‘अतीक अहमद को मिले भारत रत्न सम्मान’: प्रयागराज का कॉन्ग्रेस नेता
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज के एक कॉन्ग्रेस नेता ने अतीक अहमद को शहीद बताते हुए माँग की है कि उसे ‘भारत रत्न’ से सम्मानित किया जाए। ये बयान कॉन्ग्रेस पार्टी के पार्षद प्रत्याशी राजकुमार उर्फ़ रज्जू भैया ने दिया है। इसका वीडियो भी सामने आया है। उन्होंने दावा किया कि अतीक अहमद ने शहादत पाई है, इसीलिए उसके शव पर तिरंगा रखा जाना चाहिए था। साथ ही उसने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार ने अतीक अहमद की हत्या करवाई।
कांग्रेस के पार्षद प्रत्याशी राजकुमार उर्फ रज्जू भैया ने अतीक अहमद को शहीद बता दिया है. कांग्रेस उम्मीदवार ने अतीक अहमद को भारत रत्न दिए जाने की मांग करते हुए कहा कि, अतीक अहमद ने शहादत पाई है, लिहाजा उनके शव पर तिरंगा रखा जाना चाहिए था. pic.twitter.com/qCIYbCogcu
— Suryakant (@suryakantvsnl) April 19, 2023
उन्होंने समाजवादी पार्टी के संस्थापक, भारत के रक्षा मंत्री और यूपी के मुख्यमंत्री रहे मुलायम सिंह का नाम लेते हुए कहा कि अगर उन्हें ‘पद्म विभूषण’ मिल सकता है तो फिर अतीक अहमद को ‘भारत रत्न’ क्यों नहीं? शहर में कॉन्ग्रेस के पुराने नेता राजकुमार नगर निगम के वार्ड नंबर 43 साउथ मलाका से पार्षद प्रत्याशी हैं। वीडियो वायरल होने के बाद उन्हें हिरासत में लेकर कोतवाली भी ले जाया गया। वो पहले भी पार्षद का चुनाव लड़ चुके हैं। ताज़ा खबर ये है कि कॉन्ग्रेस ने उन्हें 6 वर्षों के लिए पार्टी से निष्काषित कर दिया है।
महाराष्ट्र में अतीक अहमद को शहीद बताते हुए लगाए गए पोस्टर्स
उधर महाराष्ट्र के बीड में अतीक अहमद को शहीद बताते हुए पोस्टर लगाए गए हैं, जिसके बाद विवाद खड़ा हो गया है। इन पोस्टरों में न सिर्फ अतीक अहमद, बल्कि उसके भाई अशरफ को भी शहीद बताया गया है। इस मामले में ‘भारतीय दंड संहिता (IPC)’ की धारा 293, 294 और 153 के तहत मामला दर्ज किया गया है। इन पोस्टरों में सार्वजनिक रूप से दोनों की हत्या की निंदा की गई। ये बैनर माजलगाँव इलाके में लगाया गया था।
“शहीद अतिक अहमद अमर रहे”
यह दृश्य महाराष्ट्र के हैं.. परिवारों के परिवार उजाड़ने वाले माफिया के लिए ऐसा प्रेम?
एक बात तो तय है अतिक को उसके धर्म की वजह से मारा हो ना हो लेकिन उसका समर्थन उसके मज़हब के कारण हो रहा है।#AtiqueAhmed pic.twitter.com/hnVoziwGoF
— Pradeep Bhandari(प्रदीप भंडारी)🇮🇳 (@pradip103) April 19, 2023
सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुँच गई। इस पोस्टर को भी त्वरित रूप से कार्रवाई करते हुए हटवा दिया गया है। इसे मोहसिन पटेल की ‘मोहसिन भैया मित्र मंडल’ ने लगाया था। पुलिस ने 4 आरोपितों को गिरफ्तार भी कर लिया है। अतीक गिरोह से इनलोगों के रिश्ते की भी जाँच की जा रही है। बता दें कि अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या से पहले अतीक का बेटा असद भी एनकाउंटर में मारा जा चुका था। अतीक की बीवी शाइस्ता परवीन अब तक फरार है।